कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कैसे शुरू करें, इसके लाभ व कीमत क्या है (How to Start Kadaknath Chicken poultry Farming Business, benefits, price In Hindi)
आजकल कड़कनाथ नस्ल के चिकन के अंडे और इनके मांस की बाजार में काफी अधिक मांग है और इस नस्ल के चिकन के मांस और इनके द्वारा दिए गए अंडों को काफी उच्च दामों में बाजारों में बेचा और खरीदा जाता है. इसलिए आप कड़कनाथ नस्ल के चिकन का पोल्ट्री फार्म खोलने पर विचार कर सकते हैं और कम समय में ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं. साथ ही पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए हमारे देश की सरकार द्वारा कई स्कीमें भी चलाई जा रही हैं, जिसका मतलब ये है कि इस व्यापार को खोलने भारत सरकार द्वारा सब्सिडी व कई तरह की सहायात प्रदान की जा रही हैं.
कड़कनाथ चिकन के नस्ल के बारे में जानकारी (Kadaknath Chicken Breed Facts)
कड़कनाथ चिकन की नस्ल भारत के मध्य प्रदेश राज्य के झाबुआ डिस्ट्रिक्ट में पाई जाती है. इस नस्ल के चिकन देखने में काले होते हैं और इनके द्वारा दिए जानेवाले अंडों का बाहरी रंग भूरा होता है, जबकि इसके मांस का रंग भी काला होता है.
दुनिया में केवल तीन ही ऐसी चिकन की नस्लें हैं जिनका रंग काला होता हैं और इन नस्लों में से एक नस्ल कड़कनाथ चिकन की है. इस नस्ल का ये चिकन केवल भारत में ही पाया जाता हैं. जबकि दो अन्य काले चिकन की नस्लों के नाम सिल्की और अय्याम समानी (Ayyam Cemani) है. सिल्की नस्ल के चिकन चीन में पाए जाते हैं जबकि अय्याम समानी नस्ल के चिकन इंडोनेशिया देश में पाए जाते हैं.
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल राज्य में कड़कनाथ चिकन से जुड़े कई सारे पोल्ट्री फार्म हैं और इन राज्य में इन चिकन की काफी मांग भी है.
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग का व्यापार से क्या लाभ ? (Benefits of Kadaknath poultry Farming Business)
अगर आप कड़कनाथ चिकन फार्मिंग बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो आपको केवल मुनाफा ही होगा. क्योंकि इस नस्ल की मुर्गी द्वारा दिए गए ब्राउन अंडे बाजार में काफी महंगे बिकते हैं और इन चिकन के मांस को भी काफी अधिक दामों में खरीदा जाता है.
कड़कनाथ चिकन के अंडे बाजार में बिकने वाले अन्य अंडे यानी सफेद अंडों के मुकाबले काफी सहेतमंद होता है और इसके के कारण इन अड़ों को ज्यादा खरीदा जाता है. इसी तरह इनका मांस भी सेहत के लिए काफी हेल्दी होती है और इनके मांस को भी काफी खरीदा जाता है.
हमारे देश में काफी कम लोगों द्वारा कड़कनाथ चिकन का पोल्ट्री फार्म चलाया जा रहा है, जिसका मतलब ये है कि इस व्यापार में आपको काफी कम कम्पीटिशन मिलेगा. और आप इस नस्ल के मुर्गी के अंडों को और मांस को अधिक दामों में भी बेच सकेंगे.
कड़कनाथ चिकन के अंडे और मांस के दाम (Price of Kadaknath Chicken and egg)
इन मुर्गियों द्वारा दिए गए अंडे बाजार में 40 से 50 रुपए तक के बिकते हैं, जो कि काफी अधिक मूल्य है. जबकि इस चिकन के मांस की कीमत के बारे में बात की जाए तो, इस नस्ल के चिकन का मांस बाजार में कम से कम 800 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है.
कड़कनाथ चिकन के बारे में जानकारी (Kadaknath Chicken Breed Facts) –
अंडे का औसत वजन | 45 से 50 ग्राम |
फ़ीड अनिवार्यता | पूरे जीवन चक्र के लिए 50 किलो |
नर कड़कनाथ चिकन का वजन | 2.3 से 2.6 किलो |
मादा कड़कनाथ चिकन का वजन | 1.5 से 1.7 किलो |
कड़कनाथ चिकन के बच्चों का वजन | 25 से 30 ग्राम |
मांस रंग | रंह |
कड़कनाथ अंडे का रंग | भूरा |
मांस के दाम | 800 रुपए प्रति किलो |
अंडे के दाम | 40 से 50 रुपए |
पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस के बारे में जानकारी (Information about this Business)
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले आपको ये पता होना चाहिए, कि आखिर पोल्ट्री फार्म क्या होते हैं और किस तरह से पोल्ट्री फार्म खोलकर व्यापार किया जाता है.
दो प्रकार से होते हैं पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस (Types Of Poultry Farming)
पोल्ट्री फार्मिंग दो प्रकार से की जाती है, जिनमें से एक प्रकार ब्रोइलर (broilers) फार्मिंग है जबकि दूसरा प्रकार लेयर्स (layers) फार्मिंग है. ब्रोइलर प्रकार की पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में चिकन यानी मुर्गों और मुर्गियों को बढ़ा करके, उनका मांस बेचा जाता है. वहीं लेयर्स प्रकार के पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस में चिकन द्वारा दिए गए अंडों को बेचा जाता हैं. इसलिए आप जब अपना कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलें, तो उससे पहले ये तय कर लें कि आप ब्रोइलर और लेयर्स फार्मिंग में से कौनसा पोल्ट्री फार्म खोलना चाहते हैं. वैसे आप चाहें तो ये दोनों प्रकार के पोल्ट्री फार्म खोल सकते हैं.
इस व्यापार को करने के लिए कौन सी चीजे हैं जरूरी
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग का बिजनेस करने के लिए आपको किसी भी तरह की मशीन को खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है और ये सारा व्यापार केवल चिकन और स्थान पर निर्भर होता है. आपको इस व्यापार को करने के लिए अच्छे चिकन, इनकों देने का भोजन और इनको रखने के लिए एक बड़े स्थान की जरूरत पड़ती है.
कैसे शुरू करें कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग व्यापार (How to Start Kadaknath Chicken Poultry Farm)
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले कड़कनाथ चिकन को रखने के लिए एक स्थान का चयन करना होगा. स्थान का चयन करने के बाद आपको कड़कनाथ नस्ल के चिकन को खरीदना होगा.
कहां से खरीदें और कितने संख्या में खरीदें कड़कनाथ चिकन (Place to Buy Kadaknath Chicken)
कड़कनाथ नस्ल के चिकन को आप अपने नजदीकी पशुपालन या किसी पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय से खरीद सकते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन
इस लिंक पर जाकर https://dir.indiamart.com/impcat/kadaknath-chicken.html भी इस नस्ल के चिकन को खरीदा जा सकता है.
इस व्यापार को शुरू करने के लिए आपको कम से कम तीस चिकन की जरूरत पड़ेगी. हालांकि अगर आपका बजट थोड़ा ज्यादा है तो आप और ज्यादा चिकन खरीद सकते हैं.
कड़कनाथ चिकन के दाम (Price of Kadaknath Chicken)
कड़कनाथ चिकन के दाम इनके वजन और आयु के हिसाब से निर्धारित किए जाते हैं, इसलिए आप जो चिकन खरीदेंगे उनके दाम उनके वजन और आयु पर निर्भर होंगे. यानी अगर आपके द्वारा खरीदे गए चिकन का वजन कम होगा तो आपको उसको खरीदने के लिए कम दाम चुकाने पड़ेंगे. वहीं अगर आप ज्यादा वजन वाला चिकन खरीदते हैं तो उसके लिए आपको ज्यादा दाम चुकाने पड़ेंगे.
केवल हेल्दी चिकन को खरीदें
इस व्यापार को करने का फायदा तभी है जब आपके द्वारा हेल्दी कड़कनाथ चिकन खरीदे जाएंगे और सेहतमंद चिकन को खरीदने के लिए आपको पता होना चाहिए, कि किस तरह से चिकन की सेहत के बारे में पता किया जाता है.
कैसे पता करें चिकन की सेहत (How to check Chicken Health)
एक स्वस्थ चिकन को कूदना और खाना खाना काफी पसंद होता है, इसलिए अगर आपके द्वारा खरीदे जा रहे कड़कनाथ चिकन में ये क्वालिटी नहीं होती है तो आप उसे ना खरीदे.
जो दूसरी क्वालिटी एक स्वस्थ चिकन में होती है वो उसकी आवाज होती है, जो चिकन तेज चिलाते हैं वो एक दम स्वस्थ्य होते हैं. वहीं दूसरी तरफ जिन चिकन की आवाज काफी कम होती हैं वो अस्वस्थ्य की श्रेणी में आते हैं. इसके साथ ही जो चिकन सही से अन्य चिकन के साथ चल ना पाएं, वो भी अस्वस्थ चिकन की श्रेणी में गिने जाते हैं.
समय समय पर करवानी होगी वेक्सिनेशन (Chicken Vaccination)
अगर आपके फार्म में मौजूदा किसी भी एक चिकन को कोई बीमारी हो जाती है तो आपके फार्म में मौजूदा अन्य चिकन को भी वो बीमारी होने का खतरा बना रहता है. चिकन के बीमार होने का मतलब है कि आपका ये व्यापार एक दम बंद हो जाएगा. इसलिए आपको समय समय पर हर चिकन की वेक्सिनेशन करवानी होगी. ताकि इनको हर प्रकार की बीमारी से दूर रखा जा सके.
अगर आपके फार्म में रखे गए किसी चिकन कोई बीमारी हो जाती है, तो आप तुंरत उस चिकन को अपने फार्म में मौजूद अन्य चिकन से अलग कर दें और जानवर वाले डॉक्टर से उसका इलाज करें.
स्थान का चयन (Place Required for farm Opening)
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग बिजनेस को करने के लिए आपको खुले स्थान की जरूरत पड़ेगी. इसलिए आपको एक खुले स्थान को किराए पर लेने पड़ेगा.
जिस स्थान को आप चुनेगे उस स्थान पर आपके द्वारा खरीदे गए चिकन को रखा जाएगा. इसलिए आप इस स्थान पर मुर्गी और मुर्गों को रखने के लिए लकड़ी का घर बनवा लें. इसके अलावा इन्हें देनेवाले दाने या चारे को रखने के लिए भी आपको एक जगह बनवानी पडेगी.
शहर से थोड़ी दूर खोलें पोल्ट्री फार्म
पोल्ट्री फार्म को खोलने के लिए आप जिस स्थान का चयन करें, कोशिश करें वो शहर से थोड़ा दूर हो. क्योंकि पोल्ट्री फार्म को खोलने के लिए आपको काफी खुली जगह की जरूरत पड़ती है और अगर आप इस जगह को शहर में लते हैं तो ये आपको महंगी पड़ेगी. इसके साथ ही शहर में आपको लेबर भी काफी अधिक महंगी पड़ेगी. इसलिए आप अगर शहर से दूर पोल्ट्री फार्म खोलें तो ज्यादा बेहतर होगा.
लोगों का करना होगा चयन
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग को शुरू करने के लिए आपको कई कर्मचारियों को नौकरी पर रखना होगा.
इन लोगों का कार्य आपके फार्म में मौजूदा चिकन की देखरेख करना होगा और समय समय पर इनको खाना देना होगा, साथ ही इनकी साफ सफाई का ध्यान रखना होगा.
जिन लोगों को पोल्ट्री फार्मिंम बिजनेस में अनुभव हो केवल उन्हीं को कार्य पर रखें, क्योंकि चिकन की देखरेख करना इतना आसान काम नहीं हैं और इनको संभालना काफी मुश्किल कार्य हैं.
अपने फार्म का लोगो बनाएं (Logo)
आपको अपने पोल्ट्री फार्म का लोगो भी बनवाना होगा और हो सके तो अपने पोल्ट्री फार्म के लोगो में कड़कनाथ चिकन की तस्वीर जरूर शामिल करें. ताकि लोगों को आपके पोल्ट्री फार्म का लोगो देखकर ही पता चल जाए कि आपके द्वारा कड़कनाथ नस्ल के चिकन के अंडे और मांस बेचे जाते हैं.
कहां से बनवाएं लोगो
आप अपने शहर की किसी भी लोगो डिजाइन करने वाली कंपनी से अपनी कंपनी का लोगो बनवा सकते हैं. या फिर आप लोगो डिजाइन करने वाला सॉफ्टवेयर डाउनलोड करके अपने आप ही अपने कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म का लोगो डिजाइन कर सकते हैं.
बजट (Budget)
अगर आपको लगता है कि कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने में आपको कम निवेश की जरूत पड़ेगी, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. पोल्ट्री फार्म को खोलने के लिए आपको कई तरह के समानों जैसे कि फीडर, ड्रिंकर्स, पेच, लाइटिंग सिस्टम, इनक्यूबेटर, हीटर या ब्रूडर्स को खरीदना पड़ता है. इसके अलावा स्थान का किराए, लेबर की सैलरी, चिकन की वेक्सीनेश सहित अन्य खर्चे भी आपको समय समय पर करने पड़ते हैं. इसलिए इस व्यापार को करने के लिए आपकी फाइनेशियल स्थित अच्छी होनी चाहिए.
लोन और सब्सिडी (Loan)
अगर आपकी फाइनेशियल स्थित ज्यादा अच्छी नहीं है, तो आप इस व्यापार को करने के लिए लोन ले सकते हैं.
कई राष्ट्रीयकृत बैंक, भारत में पोल्ट्री कृषि व्यवसाय की स्थापना करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहे हैं. और जिन लोगों द्वारा पोल्ट्री कृषि व्यवसाय शुरू किया जा रहा है, उन्हें ये बैंक कम ब्याज पर ऋण प्रदान कर रहे हैं. इसलिए आप इन बैंक से कम ब्याज दरों में लोन ले सकते हैं.
भारत सरकार द्वारा पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड स्कीम (पीवीसीएफ) नामक एक नई स्कीम भी शुरू की गई है. इस स्कीम की मदद से लोगों को पोल्ट्री कृषि व्यवसाय स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाती है. इसलिए आप इस स्कीम के तहत मिलने वाले लाभ भी ले सकते हैं.
मार्केटिंग (Marketing)
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने के बाद आपको अपने इस पोल्ट्री फार्म की मार्केटिंग भी करनी होगी. मार्केटिंग की मदद से ही लोगों को आपके इस व्यापार के बारे में इनफार्मेशन मिल सकेगी और आपके व्यापार का प्रचार हो सकेगा.
सही तरह से मार्केटिंग करने के लिए आपको अपने व्यापार का एक मार्केटिंग प्लान बनाना होगा और इस प्लान को बनाने के लिए आपको मार्केट रिसर्च करनी होगी. मार्किटंग रिसर्च की मदद से आपको अपने व्यापार को बढाने के लिए मार्केटिंग के बेहतरीन तरीके मिलेंगे और आपको ये पता चल सकेगा, कि आपकी टारगेट ऑडियंस कौन है, किन जगहों पर आपके कड़कनाथ चिकन की मांग ज्यादा है और आप किस तरह से अपने कड़कनाथ चिकन की प्रमोशन कर सकते हैं.
चुने प्रमोशन के लिए सही विकल्प (Promotion)
प्रमोशन करना किसी भी व्यापार के लिए बेहद जरूरी होता है और प्रमोशन के जरिए ही लोगों को आपकी चीजों के बारे में पता चलता हैं. इसलिए आपको अपने कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म की प्रमोशन पर भी ध्यान देना होगा.
प्रमोशन को भी कई तरह से किया जाता है, जैसे कि कई व्यापारी टी.वी एड के जरिए अपने प्रोडक्ट की प्रमोशन करते हैं, जबकि कुछ व्यापारियों द्वारा प्रिंट एड के जरिए प्रमोशन की जाती है. इसलिए आपको भी ये तय करना होगी की आप टी.वी के माध्यम के जरिए प्रमोशन करना चाहते हैं कि प्रिंट एड के जरिए प्रमोशन करना चाहते हैं. हालांकि इन दोनों माध्यम के जरिए प्रमोशन करने में अच्छा खासा खर्चा आ जाता है.
प्रमोशन करने का सस्ता विक्लप
जरूरी नहीं है कि आप अपने पोल्ट्री फार्म की प्रमोशन करने के लिए टी.वी और प्रिंट मीडिया जैसे महंगे प्रमोशन विक्लपों को चुने. आप चाहें तो फेस टू फेस जाकर मांसाहारी रेस्टोरेंट के अधिकारी या उन लोगों से मिल सकते हैं, जो कि मांस और अंडे खरीदने का कार्य करते हैं. इन लोगों से मिलकर आप इन्हें अपने पोल्ट्री फार्म के बारे में जानकारी दे सकते हैं और इनके साथ व्यापार कर सकते हैं.
हालांकि इन लोगों से मिलने से पहले आप अपना एक बिजनेस कार्ड भी जरूर बनवा लें, ताकि जब भी इन लोगों को मांस या अंडे आप से खरीदने हों, तो ये आपके द्वारा दिए गए कार्ड के जरिए आप से संपर्क कर सकें.
ऑनलाइन बनाएं अपने व्यापार की वेबसाइट (Website)
अगर आपका बजट थोड़ा ज्यादा है, तो आप ऑनलाइन के जरिए भी अपने इस व्यापार को कर सकते हैं और अपनी वेबसाइट बनाकर कर सकतें है.
आजकल ज्यादातर व्यापारी ऑनलाइन के जरिए ही बिजनेस कर रहे हैं, क्योंकि ऑनलाइन के जरिए कम समय में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा जा सकता है.
ऑनलाइन के जरिए व्यापार करने पर, किसी भी अन्य पार्टी (थोक और फुटकर विक्रेता ) का रोल नहीं रहता है, जिसका मतलब है कि आपको किसी के साथ भी अपना मुनाफा साझा नहीं करना पड़ता है.
ऑनलाइन आपकी वेबसाइट होने से लोग सीधा वहां से ही आपके द्वारा बेचे जा रहे अंडे या फिर मांस को खरीद सकते हैं. वहीं लोगों का ऑडर मिलने के बाद आपको उनके ऑडर किए गए सामान को उनके पास पहुंचाना होगा.
अगर आप अपनी वेबसाइट नहीं बनाना चाहते हैं, तो आप अन्य शॉपिंग वेबसाइट के जरिए भी अपने सामानों को बेच सकेत हैं. हालांकि जिस वेबसाइट के जरिए आप अपने सामान को बेचेंगे उन वेबसाइट द्वारा आपसे थोडा कमीशन भी लिया जायेगा.
तैयार करें अपना बिजनेस प्लान (Poultry Farming Business plan)
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस को स्टार्ट करने से पहले आपको इस बिजनेस से जुड़े एक प्लान को भी तैयार करना होगा और इस प्लान में आपको कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कैसे किया जाता है, किस तरह से किया जाता है, इस व्यापार के साथ जुड़े नुकसान, फायदें और किन लोगों द्वारा कड़कनाथ चिकन खरीदा जाता है, ये सब लिखना होगा. याद रहे हैं कि किसी भी व्यापार को स्टार्ट करने की नींव उससे जुड़े हुआ बिजनेस प्लान होता है. इसलिए आपको हर हालत में अपने बिजनेस प्लान को एकदम सही तरह से बनाना होगा.
किस तरह से बनाए बिजनेस प्लान
किसी भी बिजनेस का प्लान बनाने के लिए उस बिजनसे से जुड़ी हुई रिसर्च करनी होती है. रिसर्च की मदद से ही आपको पता चल सकता है, कि उस बिजनेस को किसी तरह से किया जा सकता है.
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस से जुड़े बिजनेस प्लान को तैयार करने के लिए भी आपको रिसर्च करनी होगी. ऐसा करने के लिए आप किसी पोल्ट्री फार्म में जाकर वहां पर काम करने वालों लोगों से मिल कर इस व्यापार से जुड़ी रिसर्च कर सकते हैं, या फिर पोल्ट्री फार्म बिजनेस पर लिखी गई किताबों को पढ़ कर अपनी रिसर्च सकते हैं.
मांस निकालने की प्रक्रिया
एक बार जब आपके पोल्ट्री फार्म में रखे हुए कड़कनाथ चिकन का अच्छे से विकास हो जाए, तो आप उनको मारकर उनका मांस निकाल सकते हैं.
कड़कनाथ चिकन का विकास होने में 105 से 115 दिनों का टाइम लगता है. इस समय सीमा में इनका वजन .25 से 1.75 किलोग्राम तक बढ़ जाता है.
मांस निकालना आसान काम नहीं है इसलिए आप केवल उन्हीं लोगों को मांस निकालने की जिम्मेदारी दें, जिन्हें मांस किस तरह से निकाला जाता है इस बात का अनुभव हो.
मांस निकालने के बाद उस मांस को अच्छे से साफ करना होता है और फिर उसे अच्छे से काटना होता है. काटने के बाद आपको इस मांस को पैक कर फ्रिज में रखना होता है, ताकि ये खराब ना हो सकें
इस तरह से ये मांस दुकान में बेचने के लिए तैयार हो जाता है और आप जब चाहें इसे बेच सकते हैं. हालांकि आप कोशिशि करें, कि आपको ज्यादा दिन मांस फ्रिज में स्टोर करके ना रखना पड़े, क्योंकि ज्यादा दिन फ्रिज में मांस रहने से उसका स्वाद बदल जाता है.
अंडों को रखने और छाटने की प्रक्रिया
कड़कनाथ मुर्गी द्वारा दिए गए अंडों को आपको इनकी क्वालिटी और रंग के हिसाब से अलग अलग करके रखना होता है. क्योंकि जिन अंडों की क्वालिटी अच्छी होती है, उनके लिए आपको अच्छे दाम मिलते है. वहीं जो अंडे अच्छे क्वालिटी के नहीं होते हैं उनको कम दाम में खरीदा जाता है.
कैसे पता चलेगी अंडों की क्वालिटी और श्रेणी के बारे में
- हर देश में अंडों को उनकी गुणवत्ता यानी क्वालिटी के हिसाब से ग्रेड दिया जाता है. इसी तरह से हमारे देश में भी अंडों को ‘ए’ और ‘बी’ ग्रेड की श्रेणी में उनकी क्वालिटी के आधार पर बांटा जाता है.
- ए ग्रेड की श्रेणी के अंदर और चार प्रकार की श्रेणी आती हैं, जो कि ए एक्स्ट्रा लार्ज, ए लार्ज, ए मध्यम और ए स्मॉल है. इसी तरह बी ग्रेड के अंदर भी चार श्रेणियां आती हैं, जो कि बी एक्स्ट्रा लार्ज, बी लार्ज, बी मध्यम और बी स्मॉल.
बाजार में बिकने वाले अंडे इन्हीं श्रेणी के तहत बेचे जाते हैं, जो अंडे ए श्रणी में आते हैं उनका मूल्य बी श्रेणी के अंदर आने वालों अंडों से अधिक होता है.
नीचे दिए गए यूआरएल पर जाकार आपको इस बात की जानकारी मिल जाएगी, कि किस आधार पर अंडों को श्रेणियों में बांटा जाता है. https://www.indiaagronet.com/indiaagronet/Technology_Upd/contents/Standard%20and%20htm
पैकेजिंग (Packaging)
- मुर्गी और मुर्गो के मांस और अंडों को पैक करने के लिए आपको लिफाफे और ट्रे की जरूरत पड़ेगी. इसलिए आपको लिफाफे बेचने वाले विक्रता से मिलकर इन्हें खरीदने पड़ेगा.
- लिफाफे खरीदते समय हो सके तो आप इन लिफाफों पर अपने कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म का नाम और लोगो भी छपवा लें. क्योंकि ऐसा करने से आपके व्यापार का प्रमोशन हो जाएगा और जो लोग इन्हें खरीदेंगे उन्हें पता चल सकेगा कि किस जगह से ये चिकन का मांस आया है.
- मांस को लिफाफों में पैक करने के अलावा आपको अंडों की पैकेजिंग पर भी खासा ध्यान देना होगा. क्योंकि अंडे एक ऐसी चीज हैं जो आसानी से टूट जाते हैं. इसलिए आपको इनको पैक करने के लिए कागज की ट्रे की जरूरत पड़ेगी और आप ये ट्रे किसी भी ट्रे बेचने वाले व्यापारी से खरीद सकते हैं.
व्यापार का पंजीकरण (Registration process for poultry Farming Business)
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले आप अपने पोल्ट्री फार्म को मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज के तहत पंजीकृत करवा लें. पोल्ट्री फार्म का पंजीकरण करवाने से आपको एक उद्योग आधार कार्ड मिल जाएगा और इस कार्ड की मदद से आप सरकार की तरफ से पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए चल रही स्कीमों का लाभ उठा सकेंगे.
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी-
- चिकन को समय पर खाना देना काफी जरूरी होता, क्योंकि अगर इन्हें सही समय पर खाना नहीं दिया जाए, तो इनका विकास अच्छे से नहीं हो पाता है. और इनका विकास ना होने का मतलब है कि आपके व्यापार को नुकसान होना.
- चिकन को दिए जाने वाले खाने यानी चारे को आप बाजार से खरीदने की जगह खुद से बना सकते हैं. क्योंकि अगर आप बाजार से चारा लेते हैं तो वो आपको महंगी पड़ेगा, जबकि अगर आप खुद से चारा बनाते हैं तो आपको ये थोड़ा सा सस्ता पड़ सकता है.
- चिकन की उम्र के हिसाब से ही उनको खाना और पानी दिया जाता है. इसलिए आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा की कम उम्र के चिकन को अधिक मात्रा में खाना ना दें. क्योंकि ऐसा करने से उनकी तबीयत खराब हो सकती है. वहीं ज्यादा उम्र वाले चिकन को आप कम खाना देंगे तो उनका विकास नहीं हो पाएगा
- आपके फार्म में कितने चिकन है इसका हिसाब भी आपको समय समय पर रखना होगा. क्योंकि मुर्गियों के अंडे देने से आपके फार्म में चिकन की संख्या बढ़ती रहती है, इसलिए अगर आप इस चीज का हिसाब नहीं रखेंगे तो आपको आगे जाकर दिक्कत होगी.
कड़कनाथ नस्ल के चिकन की संख्या हमारे देश में काफी कम है, इसलिए कड़कनाथ चिकन का पोल्ट्री फार्म खोलना बेहद फायदेमंद साबित होगा. साथ ही अगर आप ऊपर बताई गई जानकारियों का सही से पालन करेंगे हैं, तो आप कम समय में अपने पोल्ट्री फार्म को अच्छे से स्थापित कर सकें और मुनाफा कमा सकेंगे.
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Subsidy is available in punjab on poultry farming is not clear.
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