(Arjun Tree Plantation Business) (Production, Investment, Beej, Earning, Profit, Marketing), अर्जुन के पेड़ लगाकर पैसा कमायें 2023, प्रोडक्शन कैसे करें, कैसे लगायें, लागत, बीज, बुवाई, तराई, कटाई, फायदा, प्रॉफिट, कमाई
यदि आप पैसा कमाने के लिए अपना पैसा बैंक के सेविंग अकाउंट, फिक्स डिपॉजिट या फिर दूसरे इन्वेस्टमेंट योजना में नहीं डालना चाहते हैं, तो आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस आइडिया के बारे में जानकारी देंगे, जो आपको तगड़ा प्रॉफिट दे सकता है। इस बिजनेस आइडिया की शुरुआत करने के लिए आपके पास कोई खाली जमीन होनी चाहिए। यदि आपके द्वारा इस बिजनेस आइडिया पर काम किया जाता है, तो कुछ ही सालों में आप करोड़पति तक बन सकते हैं। हम जिस बिजनेस आइडिया के बारे में बात कर रहे हैं, उसका नाम अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस आइडिया है। देश के ग्रामीण इलाकों में कई किसान इस बिजनेस आइडिया पर काम कर रहे हैं और अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। चलिए विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं कि अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस क्या है और अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस कैसे करें।
Table of Contents
अर्जुन ट्री प्लांटेशन बिजनेस क्या है (Arjun Tree Plantation Business)
अर्जुन ट्री को हिंदी में अर्जुन का पेड़ कहा जाता है। यह पेड़ अपने औषधि गुणो की वजह से काफी अधिक लोकप्रिय है। अर्जुन पेड़ की जो छाल होती है, उसका इस्तेमाल काढ़ा बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी इस पेड़ के छाल का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा फर्नीचर का निर्माण करने के लिए भी अर्जुन की लकडियों का इस्तेमाल होता है। इसकी छाल का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार के रोगों की मेडिसिन बनाई जाती है। खासतौर पर दिल से संबंधित बीमारियों में इसका इस्तेमाल होता है। यदि किसी व्यक्ति के द्वारा अर्जुन के पेड़ की बुवाई करके इसकी बिक्री की जाती है, तो इसी काम को ही अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस कहा जाता है।
अर्जुन के पेड़ लगाने का बिज़नेस कैसे करें
अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस प्लान पर नजर डालने की आवश्यकता होती है। बिजनेस का प्लान इसलिए देखना आवश्यक होता है, ताकि आपको यह पता चल सके कि, आखिर आपको अपने बिजनेस में कौन-कौन सी महत्वपूर्ण चीजों को ध्यान में रखना है और साथ ही सभी चीजों को करने के लिए आपको कितना फंड व्यवस्थित करना है, क्योंकि बिजनेस चाहे कितना ही छोटा या बड़ा क्यों ना हो, यदि पर्याप्त मात्रा में फंड नहीं है, तो बिजनेस पर काम नहीं किया जा सकता है।
अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस की शुरुआत
Arjun Tree Plantation Business चलिए अब आगे बढ़ते हैं और विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं कि, आखिर अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस को कैसे शुरू किया जा सकता है।
जमीन की व्यवस्था (Required Area for Arjun Tree Plantation Business)
जैसा कि, आप जानते हैं कि, इस बिजनेस आइडिया पर काम करने के लिए आपको एक जमीन की आवश्यकता होती है, जिसे की खेत कहा जाता है, क्योंकि बिजनेस आइडिया के अंतर्गत आपको अर्जुन के पेड़ की बुवाई करने की आवश्यकता होती है। अब ऐसे में यदि जमीन आपके पास है, तो आपको जमीन का भाड़ा देने की आवश्यकता नहीं होगी, परंतु यदि आपके पास जमीन नहीं है, तो आप जमीन भाड़े पर ले सकते हैं। याद रखें कि, यह एक लंबा समय लेने वाला काम है। इसलिए कम से कम जमीन को 17 से 18 साल के लिए भाड़े पर ले और एग्रीमेंट भी अवश्य कर वाले, ताकि बाद में किसी भी प्रकार के बाद विवाद से बचा जा सके।
लोकेशन (Location for Arjun Tree Plantation Business)
अर्जुन के पेड़ की खेती करने के लिए आपके द्वारा जिस जगह पर जमीन ली जा रही है, वहां पर आपको यह भी ध्यान में रखना है कि, जमीन की लोकेशन कैसी है। आपको जमीन ऐसी जगह पर लेनी है जहां पर सिंचाई के लिए पानी की उचित व्यवस्था मौजूद हो और जहां पर आवागमन के लिए ठीक-ठाक सड़क या फिर अच्छी सड़क हो। क्योंकि पेड़ को पानी देने से ही वह बड़ा होगा। इसलिए सिंचाई की व्यवस्था होना आवश्यक है, वहीं जब कभी पेड़ तैयार हो जाएगा, तब उसे कटवाने के लिए और एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करने के लिए वाहनों की आवश्यकता होगी और वाहन तभी आ सकेंगे, जब रास्ता अच्छा होगा।
कर्मचारियों की व्यवस्था (Labour Requirement for Arjun Tree Plantation Business)
जमीन का चुनाव करने के बाद अब आगे आपको खेतों में लगाए पेड़ों की देखभाल के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था करने की व्यवस्था होगी। यदि आप हमेशा संबंधित इलाके के आसपास ही रहेंगे, तो आप चाहे तो कर्मचारी की व्यवस्था न करें तो भी चलेगा। परंतु यदि आप कहीं बाहर जाना चाहते हैं और आप यह चाहते हैं कि, आपके द्वारा जो पेड़ लगाए गए हैं, उनकी सुरक्षा हो, तो आपको एक अथवा दो कर्मचारियों को काम पर रखना चाहिए, जो समय-समय पर पेड़ों को पानी दे सके और पेड़ों में कीटनाशक का छिड़काव करवा सके, साथ ही पेड़ों को चोरी होने से भी बचा सके। कर्मचारियों को नौकरी पर रखने से पहले उनकी तनख्वाह से संबंधित सभी बातों को क्लियर कर ले, ताकि किसी भी प्रकार का वाद विवाद बाद मे ना हो, साथ ही उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज की फोटो कॉपी भी रख ले।
जरूरी साधनो की व्यवस्था (Raw Material and Equipment for Arjun Tree Plantation Business)
कर्मचारियों का चुनाव करने के बाद अब अगले कदम में आपको इस बिजनेस के लिए जरूरी साधनों की व्यवस्था करने की आवश्यकता होती है। जैसे कि यदि सिंचाई की उचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं है, तो आपको एक डीजल इंजन या फिर इलेक्ट्रॉनिक मोटर की व्यवस्था करने की आवश्यकता होती है। ताकि समय-समय पर पेड़ों को पानी दिया जा सके। इसके अलावा आपको फावड़े कुल्हाड़ी और खरपतवार हटाने के लिए अन्य साधनों की आवश्यकता पड़ती है तथा सिंचाई के लिए आपको प्लास्टिक के पाइप की आवश्यकता भी पड़ती है। इसके अलावा आपको 1 अथवा 2 कीटनाशक स्प्रे मशीन की भी आवश्यकता पड़ती है।
खेत तैयार करें (Arjun Tree Plantation Business Farming)
अब अगले चरण में आपको जिस जगह पर अर्जुन के पौधों को लगाना है, उस जगह के खेत को सही प्रकार से तैयार करना होता है अर्थात आपको ट्रैक्टर के माध्यम से खेत की जुताई करवाने की आवश्यकता होती है। आपको कम से कम तीन से चार बार खेत की जुताई करवानी चाहिए, ताकि मिट्टी उल्टा पलटी हो सके। इसके साथ ही साथ आपको गोबर की खाद या फिर मुर्गी फार्म की खाद को भी खेत में डालना चाहिए। इससे खेत को ताकत मिलती है, जो आगे चलकर के अर्जुन के पेड़ की पैदावार में बहुत ही ज्यादा सहायक साबित होती है।
बीज तैयार करें (Arjun Beej for Arjun Tree Plantation Business)
खेत तैयार होने के बाद अब आपको अर्जुन के पेड़ के बीज मार्केट से खरीद करके लाना है और उसे एक बड़े से बाल्टी में या फिर बड़े से ड्रम में डाल देना है और तीन से चार दिनों तक आपको बीज को पानी में ही रहने देना है। उसके बाद आपको बीज को पानी से बाहर निकाल लेना है और उसके बाद इन्हें 3 से 4 दिन ऐसे ही छोड़ देना है। तीन से चार दिन में यह अंकुरित हो जाते हैं। बीज अंकुरित होने के पश्चात अब आपको खेत में ले जाकर के इनकी बुवाई करवाने की आवश्यकता होती है। यदि आप अर्जुन के पेड़ की ग्रोथ अच्छी चाहते हैं, तो इसके लिए खेत में जलनिकासी की सही व्यवस्था आपको करनी चाहिए। हर अर्जुन के पेड़ के बीज की दूरी आपको कम से 2 हाथ जितना तो रखना ही चाहिए। यहां पर बताना चाहते हैं कि, अर्जुन के पेड़ की बुवाई गर्मी के मौसम में की जाती है और 47 डिग्री सेल्सियस के टेंपरेचर में इसका विकास अच्छा होता है। इसकी बुवाई दोमट और जालोढ कछारी मिट्टी में अच्छी होती है। इसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए, जहां पर सूरज की डायरेक्ट रोशनी आती हो।
तैयार पेड़ों की बिक्री (Arjun Tree Sell)
Arjun Tree Plantation Business सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, अर्जुन का पेड़ तैयार होने में तकरीबन 14 से लेकर के 16 साल का समय लेता है। इसलिए अगर आपके अंदर संयम है, तो ही आपको इस बिजनेस को करना चाहिए। जब अर्जुन का पेड़ पूरी तरह से तैयार हो जाए, तब आपको किसी अच्छे ठेकेदार से इसका सौदा कर लेना चाहिए। आपको अपने आसपास के इलाके में आसानी से अर्जुन के पेड़ के ठेकेदार मिल जाएंगे या फिर आप खुद ही ठेकेदारी का काम करते हैं, तो इसकी बिक्री आप कर सकते हैं।
अर्जुन ट्री प्लांटेशन बिजनेस में कमाई (Arjun Tree Plantation Business Earning)
एक अच्छी क्वालिटी के अर्जुन के पेड़ की लंबाई 12 मीटर होती है और इसकी मोटाई 89 मीटर तक जा सकती है। अगर इसकी छाल की कीमत के बारे में बात करें, तो इसकी छाल की कीमत मार्केट में हजार रुपए प्रति किलो के आसपास तक हो सकती है। वहीं फर्नीचर के लिए भी अर्जुन के पेड़ के लकडियों की डिमांड मार्केट में काफी अधिक रहती है। ऐसे में यदि आपके द्वारा एक एकड़ में अर्जुन के पेड़ लगाकर इसकी देखभाल सही प्रकार से कर ली जाती है, तो आपको लाखों रुपए से लेकर के करोडो रुपए का फायदा हासिल हो सकता है। हालांकि फायदा इस बात पर भी डिपेंड करेगा कि, आपने कितनी अधिक जमीन में अर्जुन के कितने पेड़ लगाए हुए हैं।
अर्जुन ट्री प्लांटेशन बिजनेस जोखिम (Arjun Tree Plantation Business Risk)
जिस प्रकार से किसी बिजनेस में फायदा होता है, तो उसी प्रकार से बिजनेस में नुकसान और कुछ जोखिम भी अवश्य ही होते हैं। इस बिजनेस में थोड़े बड़े हुए पेड़ के चोरी होने की संभावना काफी अधिक होती है। इसलिए आपको अर्जुन के पेड़ की देखभाल लगातार करते रहना चाहिए। इसके लिए आपको कर्मचारियों को यह जिम्मेदारी देनी चाहिए। इसके अलावा पेड़ में यदि कीड़े लग जाते हैं, तो पेड़ खराब हो सकते हैं। इसलिए आपको समय-समय पर अर्जुन के पेड़ में कीटनाशक का छिड़काव करवाना चाहिए तथा पेड़ के आसपास आपको खरपतवार नहीं इकट्ठा होने देना चाहिए।
अर्जुन ट्री प्लांटेशन बिजनेस मार्केटिंग (Arjun Tree Plantation Business Marketing)
आपको इस बात को जान करके काफी ज्यादा खुशी होगी कि, आपको अर्जुन ट्री प्रोडक्शन बिजनेस की मार्केटिंग करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जब आप बिजनेस की शुरुआत करते हैं, तो इसके अंतर्गत आप अर्जुन के बीज की बुवाई करते हैं, जो एक बड़े पेड़ में तब्दील होने में तकरीबन 14 से 16 साल का समय लेता है। इसलिए आपको 14 से 16 साल सिर्फ पेड़ों की देखभाल करनी होती है और जब आपके पेड़ तैयार हो जाते हैं, तो आपको बस मार्केट में यह बात फैलानी होती है कि, आप अर्जुन के पेड़ की बिक्री करना चाहते हैं। ऐसा करने पर कुछ दिनों में आपको बहुत सारे कस्टमर प्राप्त हो जाएंगे, जो अच्छी कीमत देकर के आपसे अर्जुन के पेड़ की खरीदारी कर लेंगे।
अर्जुन ट्री प्लांटेशन बिजनेस लाइसेंस (Arjun Tree Plantation Business License)
आपके द्वारा यदि अपने खेत में इस बिजनेस को शुरू किया जा रहा है, तो इसके लिए आपको कोई भी लाइसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि खेत की सिंचाई करने के लिए आपको बिजली कनेक्शन लेना होता है। बिजली कनेक्शन आप लोकल पावर डिस्ट्रीब्यूटर से प्राप्त कर सकते हैं, वहीं अगर आप बिजली कनेक्शन नहीं लेना चाहते हैं, तो आप चाहे तो डीजल इंजन के माध्यम से खेत की सिंचाई समय समय पर कर सकते हैं।
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FAQ
Q : अर्जुन के पेड़ को बढ़ने में कितना समय लगता है?
Ans : अर्जुन के पेड़ को बिक्री लायक बढ़ने में 14 से लेकर के 16 साल का समय लग सकता है।
Q : अर्जुन के पेड़ की कीमत क्या है?
Ans : अर्जुन के पेड़ की कीमत उसकी लंबाई और मोटी से तय होती है।
Q : अर्जुन पेड़ क्या काम आता है?
Ans : अर्जुन के पेड़ का इस्तेमाल फर्नीचर बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा अलग-अलग मेडिसिन में भी इसकी छाल का इस्तेमाल होता है।
Q : अर्जुन का वृक्ष कौन से जिले में मिलता है?
Ans : राजस्थान के झालावाड़ में बड़े पैमाने पर अर्जुन का पेड़ पाया जाता है।
Q : अर्जुन का पेड़ कहां मिलेगा?
Ans : अर्जुन का पेड़ राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर मिलता है।
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