तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस [तेजपत्ता की खेती, तेजपत्ता की खेती कैसे करें, तेजपत्ता की खेती में लागत, जोखिम, मुनाफ़ा, रजिस्ट्रेशन [Bay Leaf Business Idea in Hindi [how to start, investment, profit, risk, registration, license]
Bay Leaf Business: अगर आपके पास खेती करने लायक जमीन है और आप खेती से संबंधित कोई बिजनेस प्रारंभ करना चाहते हैं जिसके द्वारा आप तगड़ी कमाई कर सके तो आप तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस के बारे में विचार कर सकते हैं। तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस को बे लीफ फार्मिंग बिजनेस भी कहा जाता है जिसके अंतर्गत आपको तेजपत्ता की पैदावार करनी होती है और उसे तेजपत्ता के डीलर को बेचना होता है अथवा अगर आपकी खुद की कंपनी है तो आप खुद से ही तेजपत्ता की पैदावार करके उसे अपनी कंपनी के ब्रांड के नाम से बेच सकते हैं।
मार्केट में तेजपत्ता के कई खरीदार है। इसलिए आपको इस फसल को बेचने के लिए इंतजार करने की भी आवश्यकता नहीं है। अपने औषधीय गुणों की वजह से इसकी डिमांड हमेशा मेडिसिन बनाने वाली कंपनी को होती है। इसलिए अगर आप भी फार्मिंग बिजनेस करने के इच्छुक हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको “तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस क्या है” और “तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस कैसे करें” के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं।
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तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस क्या है? [Bay Leaf Business]
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस को अंग्रेजी भाषा में बे लीफ फार्मिंग बिजनेस कहा जाता है। तेजपत्ता एक प्रकार का मसाला होता है। यह एक सुगंधित चीज होती है जिसका इस्तेमाल खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा तेज पत्ते का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की बीमारियों की ट्रीटमेंट के लिए भी किया जाता है।
दुनिया भर में तेजपत्ता की सबसे अधिक खेती रूस,फ्रांस,इटली, भारत, बेल्जियम, उत्तर अमेरिका और मध्य अमेरिका में होती है। हमारे देश में मुख्य तौर पर कर्नाटक, केरल, बिहार और पूर्वी उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में तेज पत्ता की खेती होती है तथा तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस किया जाता है।
औषधीय गुणों से भरपूर पौधा होने की वजह से राष्ट्रीय पादप बोर्ड के द्वारा तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस के लिए 30% की सब्सिडी भी दी जाती है और किसान भाई सब्सिडी प्राप्त करके बे लीफ फार्मिंग बिजनेस कर सकते हैं और बिजनेस को करके अच्छी कमाई कर सकते हैं।
तेज पत्ता क्या है?
तेजपत्ता एक प्रकार का पौधा होता है। यह ऊंचाई में 7.5 मीटर के आसपास होता है। इसके तने पर छाल गहरे भूरे रंग की थोड़ी खुरदरी होती है। यह टेस्ट में फिका होता है और इसकी सुगंध दालचीनी से थोड़ी कम होती है और बाहरी इलाके पर यह थोड़ा सा गुलाबी रंग का होता है जिसके ऊपर लाल अथवा सफेद रंग की धारी बनी हुई होती है।
इसके पत्ते 10 से लेकर के 12.5 सेंटीमीटर लंबे और नोकदार तथा चमकीले होते हैं। जब तेज पत्ते के पौधे पर फूल आता है तो वह हल्के पीले या फिर गुलाबी रंग के होते हैं। इसके फल का रंग लाल होता है।
तेजपत्ता में प्रति 100 ग्राम मे निम्न पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
5.44 GM | पानी |
7.61 GM | प्रोटीन |
8.36 GM | फैट |
74.97 GM | कार्बोहाइड्रेट |
313 | कैलोरी |
43 MG | आयरन |
834 MG | कैल्शियम |
46.5 ML | विटामिन सी |
26.3। | फाइबर |
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस कैसे करें? [How to Start Bay Farming Business]
पोषक तत्व मौजूद होने की वजह से विभिन्न प्रकार की दवाइयों में तेज पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल अंग्रेजी दवाइयों के अलावा होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता है। इसके अलावा साबुन का निर्माण करने के लिए, कॉस्मेटिक, इत्र बनाने के लिए अथवा क्रीम रहने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।
इसके अलावा इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए विभिन्न कंपनियों के द्वारा इसकी लगातार डिमांड किसानों से की जाती है। इसलिए तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस करके आप तेजपत्ता को बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। आप कैसे तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस करेंगे, इसकी जानकारी नीचे बताए अनुसार है।
1: जमीन तैयार करें
तेजपत्ता की खेती करने के लिए अथवा तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस करने के लिए आपके पास उपजाऊ जमीन होना आवश्यक होता है। ऐसी जमीन जिसमें कार्बनिक पदार्थ अच्छी मात्रा में होते हैं उन जमीनों में तेज पत्ते की खेती अच्छे से होती है।
क्योंकि इस प्रकार की जमीन में बे लीफ काफी तेजी के साथ पैदा होता है, साथ ही जिन खेत में 6 से 8 पीएच मान वाली भूमि होती है वह जमीन भी तेज पत्ते के बिजनेस के लिए अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा तेज पत्ते के पौधे के लिए ठंडी जलवायु वाले इलाके बेहतरीन होते हैं।
2: तेजपत्ता की रोपाई करें
हमारी सलाह के अनुसार तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस के अंतर्गत आपको तेजपत्ता की बुवाई बीज के द्वारा नहीं करनी चाहिए बल्कि आपको पौधे का इस्तेमाल करना चाहिए।
क्योंकि बीच के द्वारा फसल उगाना थोड़ा सा मुश्किल होता है और बीज की बुवाई करने में भी थोड़ी सी मुश्किल होती है इसलिए आपको पहले से ही तैयार पौधे का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे कि ग्रामीण भाषा में तेजपत्ता का बैरण कहा जाता है
तेजपत्ता का पौधा लगाने के लिए आपको सबसे पहले खेत में गड्ढा तैयार करना होता है और हर गड्ढे के बीच आपको 4 से 6 मीटर की दूरी रखनी होती है, साथ ही आपको खेत में पानी की भी उचित व्यवस्था करनी होती है और ठंडी के मौसम में पडने वाले पाले से पौधे को बचाने का उचित इंतजाम भी आपको करना पड़ता है।
इसके अलावा तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस के तहत आपको तेजपत्ता के पौधे में हानिकारक जीवाणु ना लगने पाए, इसके लिए हर सप्ताह नीम के तेल को छिड़कना होता है अथवा अन्य रसायनिक स्प्रे का इस्तेमाल करना होता है।
3: तेजपत्ता पौधों की सिंचाई करें
तेजपत्ता की फसल ऐसी फसल होती है जिसे आपको काफी कम ही पानी देना होता है। गर्मी के मौसम में आप 1 सप्ताह में तेजपत्ता की खेती को एक बार पानी दे सकते हैं और बरसात के मौसम में अगर समय से बारिश नहीं हो रही है तो आप सिंचाई कर सकते हैं अन्यथा बरसात के मौसम में आपको सिंचाई करने की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है।
ठंडी के मौसम में आवश्यकता के अनुसार हल्की सिंचाई की जा सकती है परंतु याद रखें कि ठंडी के मौसम में गिरने वाले पाले से पौधे को बचाने के लिए भी उचित प्रबंध करना चाहिए वरना खेती में नुकसान हो सकता है।
4: तेजपत्ता को रोग से बचाएं
सामान्य तौर पर तेज पत्ते के पौधे में कम ही रोग दिखाई देते हैं परंतु कुछ जगह पर साधारण कीट पतंग हो सकते हैं, जो तेजपत्ता की फसल को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।
इसलिए उन कीट पतंग और रोग को रोकने के लिए आपको तेज पत्ते पर नीम के तेल का छिड़काव करना चाहिए साथ ही आपको प्रयास करना चाहिए कि पौधे के आसपास खरपतवार ना पैदा हो सके।
अगर खरपतवार पैदा होती है तो समय-समय पर उसकी गुढाई करके उसे साफ कर लेना चाहिए। इसके अलावा अच्छी पैदावार के लिए समय-समय पर तेज पत्ते के पौधे की छटाई करनी चाहिए।
5: फसल की तोड़ाई करें
जब तेजपत्ता की फसल तैयार हो जाए तब समय से इसकी तोड़ाई का लेनी चाहिए। तोड़ाई के दरमियान इसकी पत्तियों को काटकर छाया वाली जगह पर रखना चाहिए ताकि तेजपत्ता की पत्तियां सही प्रकार से सूख जाएं।
अगर आप तेल प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए आसवन यंत्र का इस्तेमाल करना चाहिए। तेजपत्ता का मार्केट में रेट ₹2100 से लेकर के ₹2300 तक होता है। इसीलिए यह किसानों के लिए बहुत ही अच्छा फार्मिंग बिजनेस होता है।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में इन्वेस्टमेंट [Investment]
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में आपको कितना इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है यह डिपेंड करता है कि आप कितनी अधिक जमीन पर तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस को कर रहे हैं। अगर जमीन ज्यादा होगी तो अधिक पैसे और जमीन कम होगी तो कम पैसे लगेंगे।
इसके अलावा इस बिजनेस में लगने वाला इन्वेस्टमेंट इस बात पर भी डिपेंड करता है कि आप कितने कर्मचारियों को इस बिजनेस में लगा रहे हैं और बिजनेस को करने के लिए आपके पास कौन से साधन उपलब्ध है और कौन से साधन उपलब्ध नहीं है और जिन साधन को खरीदने की आवश्यकता है उन की मार्केट में कीमत क्या है।
इस प्रकार से अगर ऑल ओवर इन्वेस्टमेंट के बारे में बात की जाए तो आपको शुरुआत में ₹20000 से लेकर के ₹80000 तक का इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है।
इसमें खेत की जुताई, बुवाई, मजदूरी, साधनों की खरीदारी, रसायनिक खाद का छिड़काव, काम करने वाले कर्मचारियों की तनख्वाह सभी शामिल है। हालांकि अगर जमीन अधिक है तो यह इन्वेस्टमेंट और भी बढ़ सकता है।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में कर्मचारी
1 से 2 बीघा तक की जमीन पर अगर आप तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस कर रहे हैं तो इसके लिए आपको अपने आप को लेकर के दो अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ेगी जिसके अंतर्गत दोनों कर्मचारी समय समय पर तेजपत्ता के पौधों के अगल-बगल पैदा हो चुके खरपतवार को हटाने का काम करेंगे।
साथ ही फसल की सिंचाई करेंगे और फसल पर कोई गलत प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है अथवा फसल को कोई रोग तो नहीं है, इसकी भी जानकारी रखेंगे और समय से फसल के ऊपर रसायनिक खाद का छिड़काव भी करेंगे।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में लोकेशन
प्रयास करें कि आप जिस जगह पर तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस कर रहे हैं उस जगह से मुख्य सड़क बिल्कुल पास में ही हो ताकि कच्चा माल लाने के लिए अथवा माल भेजने के लिए आसानी से गाड़ी मुख्य स्थान तक पहुंच सके।
इसके अलावा तेजपत्ता की खेती करने के लिए लोकेशन ऐसी हो जहां पर उपजाऊ जमीन हो और वातावरण भी तेजपत्ता की खेती के अनुकूल हो साथ ही जहां पर सिंचाई की उचित व्यवस्था हो और आसानी से खाद का भी छिड़काव किया जा सके और जहां पर माल लाने अथवा ले जाने के लिए आसानी से गाड़ी आ और जा सके।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में जोखिम [Risk]
तेज पत्ते की डिमांड दवाइयों का निर्माण करने वाली कंपनियों में हमेशा बनी ही रहती है क्योंकि अपने औषधीय गुणों की वजह से इसकी डिमांड हमेशा मार्केट में रहती है। इसीलिए आपको इसमें जोखिम काफी कम ही होता है।
हालांकि जोखिम तब है जब आप सही प्रकार से तेजपत्ता की फसल की देखभाल ना करें क्योंकि अगर इसमें रोग लग जाते हैं तो फसल खराब हो सकती है या फिर ठंडी में अधिक पाले की वजह से फसल बैठ भी सकती है।
इसलिए आपको इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। याद रखें कि तेजपत्ता सूखा माल होता है। इसलिए यह लंबे समय तक खराब नहीं होता है परंतु आपको इसे उचित समय के बीच मे बेच देना चाहिए।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में कमाई [Profit]
हर राज्य में तेजपत्ता के दाम अलग-अलग होते हैं। खुदरा और थोक के दाम भी अलग-अलग होते हैं। सामान्य तौर पर तेजपत्ता का दाम प्रति क्विंटल ₹2100 से लेकर के 2300 रुपए के आसपास में होता है। हालांकि अलग-अलग राज्यों में दाम में कमी अथवा बढ़ोतरी हो सकती है।
इसलिए आपके खेत में कितनी पैदावार तेजपत्ता की हुई है और कितने क्विंटल तेजपत्ता आपके पास इकट्ठा हुए हैं उसी के हिसाब से आपको गणना करने चाहिए।
मान लीजिए अगर तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस के द्वारा आपके पास 4000 किलो तेजपत्ता इकट्ठा हुआ है और आपके इलाके में 1000 किलो तेज पत्ते की कीमत ₹2400 है, तो इस प्रकार से 4000 किलो तेज पत्ते की कीमत ₹9600 होगी। इस प्रकार आप अपने इलाके में तेज पत्ते के दाम के हिसाब से अंदाजा लगा सकते हैं।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में पैकेजिंग
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में जो तेजपत्ता पैदा होता है उसे आपको सामान्य तौर पर पैक करने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि आप को बोरे में भरकर के उसे बेच देना होता है परंतु अगर आपकी कोई कंपनी है और आप अपने ब्रांड के नाम से तेजपत्ता बेच रहे हैं तो आपको उसकी पैकिंग करनी चाहिए।
याद रखें की पैकिंग आकर्षक होनी चाहिए साथ ही पैकिंग पर तेज पत्ते के सभी गुणों के बारे में लिखा हुआ होना चाहिए और तेज पत्ते के ब्रांड का नाम और कंपनी का नाम तथा कीमत लिखी होनी चाहिए।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस में लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन [License and Registration]
एक किसान के तौर पर अगर आप तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस कर रहे हैं और डायरेक्ट उसे किसी डीलर को बेच दे रहे हैं तो आपको कोई भी लाइसेंस लेने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि अगर आप खेत की सिंचाई करने के लिए मोटर का इस्तेमाल करते हैं तो आपके पास बिजली कनेक्शन होना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ अगर आप अपनी कंपनी में तेज पत्ते की पैकिंग कर के उसे मार्केट में अपने ब्रांड के नाम से बेचते हैं तो आपके पास जीएसटी लाइसेंस, बिजली का कनेक्शन, एनओसी, पैन कार्ड रजिस्ट्रेशन, एफएसएसएआई लाइसेंस जैसे आवश्यक लाइसेंस होना चाहिए वरना अगर आप बिना इन लाइसेंस या फिर रजिस्ट्रेशन के काम करते हैं तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस की मार्केटिंग
तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए आप अपने शहर के या फिर अपने इलाके के व्यस्त चौराहे पर अपने बिजनेस का बैनर लगवा सकते हैं।
इसके अलावा सोशल मीडिया के द्वारा विभिन्न ग्रुप में अपने बिजनेस का प्रचार कर सकते हैं साथ ही व्हाट्सएप पर स्टेटस भी लगा सकते हैं, ताकि आपके परिचित लोग आपके बिजनेस के बारे में जाने।
इसके अलावा आप छोटी-छोटी जगह पर भी अपने बिजनेस का बोर्ड लगा सकते हैं साथ ही ऑनलाइन विभिन्न बिजनेस लिस्टिंग वेबसाइट पर भी अपने बिजनेस के नाम को ऐड कर सकते हैं।
इसके अलावा आप रिक्शा के पीछे भी अपना विज्ञापन प्रिंट करवा सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन वेबसाइट पर एडवर्टाइजमेंट देना चाहते हैं तो आप गूगल ऐडसेंस से संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
FAQ:
Q: तेजपत्ता फार्मिंग बिजनेस से कितनी कमाई कर सकते हैं?
ANS: यह तेजपत्ता की पैदावार के ऊपर और मार्केट की कीमत के ऊपर डिपेंड करता है।
Q: तेजपत्ता की खरीददार प्रमुख कंपनियां कौन-सी हैं?
ANS: पतंजलि, हिमालय कंपनी, डाबर, बैद्यनाथ, प्रमुख मसाला कंपनी
Q: तेजपत्ता के खरीदार कैसे ढूंढे?
ANS: ऑनलाइन इंडियामार्ट जैसी वेबसाइट से
Q: तेजपत्ता की मार्केट में डिमांड क्यों है?
ANS: अपने औषधीय गुणों की वजह से
Q: तेजपत्ता क्या होता है?
ANS: एक प्रकार का मसाला
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