हरियाणा में मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना 2023 (Subsidy Scheme for Establishment of Poultry Unit in Haryana in Hindi)
हमारे देश में पशुओं को पालना कृषि क्षेत्र के लिए आय का सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं, जिसे भारतीय अर्थव्यवस्था की बैकबोन भी कह सकते हैं. मुर्गी पालन को बढ़ाने और इसकी खेती को अधिक लाभदायक बनाने के लिए हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी जिलों में मुर्गी पालन यूनिट्स स्थापित करने का प्रस्ताव दिया हैं. यह एक सब्सिडी योजना है, इस तरह की यूनिट्स की स्थापना होने से राज्य में लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे बेरोजगारों को रोजगार ढूंढने में सहायता भी मिल सकेगी. यदि आप किसी रोजगार की तलाश में हैं, तो इस तरह के व्यवसाय को कर सकते हैं. आप इन यूनिट्स में किस तरह से जुड़कर काम कर सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी को हम इस लेख में विस्तार से समझा रहे हैं.
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मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना का उद्देश्य
- स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना :- इस मुर्गी पालन कृषि गतिविधियों के माध्यम से इस क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना सबसे अधिक है. इसलिए राज्य सरकार ने लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार का मौका देने का उद्देश्य निर्धारित किया है.
- कमजोर वर्ग की सामाजिक स्थिति में सुधार लाना :- इस योजना में राज्य सरकार ने जो निम्न आय वाले किसान हैं और उनके पास खुद की भूमि नहीं हैं किन्तु वे खेती करने वाले मजदूर हैं, ऐसे समाज के न्यूनतम आय वाले कमजोर लोगों की स्थिति में सुधार लाने का उद्देश्य रखा है.
- मुर्गी की नस्लों में सुधार एवं विकास लाना :- राज्य सरकार इस योजना के माध्यम से मुर्गी की नस्लों में सुधार एवं विकास करना चाहती हैं.
- पोषण स्थिति में सुधार :- ऐसे व्यक्ति जोकि इस तरह के जीव का सेवन करते हैं, उनकी पोषण स्थिति में सुधार करना भी राज्य सरकार की इस सब्सिडी योजना के मुख्य उद्देश्यों में से एक है.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना की विशेषताएं
- क्रेडिट आधारित योजना :- हरियाणा में मुर्गी पालन यूनिट की स्थापना करने की यह योजना एक क्रेडिट आधारित योजना हैं, जहाँ एग्रीकल्चर फाइनेंस के तहत कमर्शियल बैंक मुर्गी पालन यूनिट को वित्त पोषित करेंगे.
- मुर्गी पालन यूनिट की संख्या :– हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य भर में कम से कम 1000 मुर्गी पालन यूनिट स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया हैं.
- एटीएम के रूप में कार्य :- राज्य सरकार द्वारा स्थापित की जाने वाली मुर्गी पालन यूनिट एक एटीएम के जैसे कार्य करेगी. अर्थात इन यूनिट्स में मुर्गी एवं अण्डों को नकद भुगतान के साथ किसी भी समय और कहीं भी बेचा जा सकता हैं.
- मार्केटिंग सुविधा :– हरियाणा राज्य सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा लाभार्थियों को मुर्गी पालन और उसके उत्पादों की मार्केटिंग करने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना में कार्यनीति
- मुर्गी पालन से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए, मुर्गी पालन यूनिट को मजबूत करके उसमें सुधार करने की आवश्यकता हैं, ताकि मुर्गियां कम इनपुट के साथ उठाये जाने पर जीवित रह सकें. इसलिए विभाग द्वारा इसके हैचरी (मुर्गी पालन का स्थान) से प्रत्येक लाभार्थी परिवार को 8 से 10 दिन पुरानी मुर्गी को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा.
- इसके अलावा इस योजना में लाभार्थी परिवार को 2 वाटर ड्रिंकर्स और 2 फीडर्स की सप्लाई मुफ्त में करने का प्रावधान रखा गया हैं.
- साथ ही मुर्गियों को एक स्थान से दुसरे स्थान में ले जाने के लिए भी लाभार्थियों की मदद सरकार द्वारा की जाएगी. और इसके अलावा 2 फीडर्स और 2 वाटर ड्रिंकर्स संबंधित जिले के उप निदेशक द्वारा खरीदे जायेंगे, और वही लाभार्थियों को वितरित किये जायेंगे.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना में मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी
इस मुर्गी पालन योजना के तहत प्रदान की जाने वाली सब्सिडी / वित्तीय सहायता की जानकारी नीचे तालिका में दी गई हैं :-
- हिसार में स्थित सरकारी मुर्गी पालन हैचरी के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए, हैचर, सेटर एवं अन्य संबंधित आइटम्स की खरीद के लिए, मूल स्टॉक के लिए, 500 मुर्गी की खरीद के लिए और फीडिंग कास्ट आदि के लिए 3 लाख रूपये की सब्सिडी मिलती है.
- 30 रूपये प्रति मुर्गी की दर से 10 दिनों के लिए 50,000 मुर्गी का पालन करने के लिए 15 लाख रूपये की सब्सिडी दी जाती है.
- लाभार्थी परिवार को दिया जाने वाला शुल्क जोकि उन्हें 2 वाटर ड्रिंकर्स, 2 फीडर्स की सप्लाई और मुर्गियों के परिवाहन के लिए दिया जायेगा. उस पर 5 लाख रूपये की सब्सिडी दी जाती है.
- यानि कुल मिलाकर इस योजना में 50 लाख रूपये तक की सब्सिडी लाभार्थियों को मिलती है.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना कैसे लागू होगी
- सर्वप्रथम विभाग भूमिहीन खेतिहर मजदूरों, छोटे किसानों और समाज के अन्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के समूह से संबंधित मुर्गी पालन यूनिट्स की स्थापना में लाभार्थियों की सहायता करेंगे.
- हिसार के सरकारी हैचरी से बातचीत करने के बाद उप निदेशक द्वारा संबंधित सहायक निदेशक को लाभार्थियों की सूची प्रदान की जाएगी. साथ ही हिसार के हैचरी मुर्गी की सप्लाई की व्यवस्था भी करेंगे.
- आवेदक निर्धारित फॉर्मेट में पशु चिकित्सा सर्जन जोकि, आई / सी सरकारी पशु चिकित्सा अस्पताल में हैं, में आवेदन कर सकते हैं.
- इसके बाद हिसार के सरकारी मुर्गी हैचरी को, राज्य में मुर्गी पालन के लिए कम लागत वाली एवं अच्छी इनपुट टेक्नोलॉजी की अच्छी गुणवत्ता वाली मुर्गियों के उत्पादन के लिए और मजबूत किया जायेगा.
- तदनुसार हिसार के सरकारी मुर्गी हैचरी को मजबूत करने एवं सेटर और अन्य संबंधित वस्तुओं आदि की खरीद के लिए इस योजना के तहत 30 लाख रूपये तक का फण्ड आवंटित किया जायेगा.
- और फिर उसके बाद जाकर हिसार के सरकारी मुर्गी हैचरी से लाभार्थियों को मुर्गी की सप्लाई की जाएगी.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना में पात्रता मापदंड
- हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र के निवासी :- यह योजना हरियाणा राज्य सरकार ने हरियाणा की सीमा के अंदर आने वाले ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखने वाले बेरोजगार लोगों के लिए प्रारंभ की हैं.
- गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी वाले लोग :- इस सब्सिडी योजना को राज्य सरकार ने ऐसे किसानों और मजदूरों के लिए लेकर आई हैं, जोकि गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी से संबंध रखते हैं.
- सरकारी कॉन्ट्रैक्ट :- इस योजना में एप्लाई करने के लिए ऐसे व्यक्ति ही हितग्राही हो सकते हैं, जो किसी भी सरकारी या अर्द्ध – सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स का हिस्सा नहीं हैं.
- जमीनी पात्रता :- ऐसे आवेदक जोकि 2.5 एकड़ से अधिक जमीन के मालिक नहीं हैं उन्हें इसमें शामिल होने की अनुमति दी गई है.
- पशुपालन वाले व्यक्ति :- ऐसे व्यक्ति एवं परिवार जिनके पास आवास की सुविधा हैं, और वे पशुपालन भी करते हैं, लेकिन उनके पास पशुधन नहीं हैं, तो ऐसे लोगों को इस योजना में योग्य माना गया है.
- विधवा महिलाएं :- हरियाणा की ऐसी महिलायें जोकि विधवा हैं, उन्हें भी इस योजना का हिट प्राप्त करने का अधिकार दिया गया हैं, ताकि उनकी भी स्व – रोजगार हासिल करने में मदद हो सकें.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड :- हरियाणा राज्य सरकार की इस सब्सिडी योजना में आवेदन करने के लिए लाभार्थियों को उनका आधार कार्ड लाने के लिए कहा गया हैं.
- स्थानीय प्रमाण :- हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र के निवासी जो इस योजना में आवेदन करने वाले हैं, उन्हें अपने मूल स्थान का प्रमाण पत्र जमा करना होगा.
- राशन कार्ड :- मुर्गी पालन यूनिट का काम जिन व्यक्तियों को प्रारंभ करना हैं, वे इस सब्सिडी योजना में एप्लाई करने के लिए अपने राशन कार्ड की फोटोकॉपी करके अपने फॉर्म में संलग्न करें.
- जमीन के पेपर :- लाभार्थी लोगों को इस योजना में मुर्गी पालन यूनिट का काम करने के लिए आवेदन करते समय अपनी जमीन के कागजात की फोटोकॉपी भी अपने साथ रखनी होगी.
- पासपोर्ट आकार की फोटो :- इस मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने के लिए सब्सिडी योजना में फॉर्म के साथ सभी आवेदकों को अपनी एक पासपोर्ट आकार की फोटोग्राफ भी संलग्न करनी होगी.
- बेरोजगार होने का एफिडेविट :- इस योजना में ऐसे किसान या मजदूर को आवेदन करने की अनुमति दी गई है, जोकि बेरोजगार हैं, इसलिए उन्हें एक एफिडेविट जमा करना होगा, जिससे यह साबित हो कि वे बेरोजगार हैं.
मुर्गी पालन यूनिट के लिए आवेदन कैसे करें
- आवेदन करने की शुरुआत आवेदकों को हरियाणा राज्य की इस अधिकारिक वेबसाइट https://saralharyana.gov.in/ के होम पेज में विजिट करने से करनी होगी.
- इस पोर्टल में रजिस्टर करते समय एप्लाई करने वाले व्यक्ति को अपने सभी विवरण प्रदान करने पड़ेंगे.
- विवरण प्रदान करने के बाद, आप लोगिन क्रेडेंशियल के बारे में एसएमएस और ईमेल प्राप्त करने के लिए वैलिडेट बटन पर क्लिक करें. इसके माध्यम से आप पोर्टल पर लॉग इन कर सकते हैं.
- इस पोर्टल पर लॉग इन कर लेने के पश्चात आवेदन करने वाले व्यक्ति को सूची में से संबंधित योजना का चुनाव करना हैं. फिर अब आपकी अगली स्क्रीन पर मुर्गी पालन यूनिट्स की स्थापना के लिए आवेदन फॉर्म प्रदर्शित हो जायेगा.
- आप अपने सभी विवरणों के साथ आवेदन फॉर्म को भरें, और दस्तावेजों को भी उसमें संलग्न करें. और फॉर्म को जमा कर दें.
- जब आपका आवेदन सफलता पूर्वक हो जायेगा, तो आपकी स्क्रीन पर आपके आवेदन की आईडी उत्पन्न हो जाएगी. जिसे आप अपने आवेदन की स्थिति की जाँच करने के लिए नोट करके रख सकते हैं.
मुर्गी पालन यूनिट शुरू करने की सब्सिडी योजना में स्टेटस की जांच कैसे करें
- आवेदकों को इस योजना के अधिकारिक पोर्टल यानि सरल पोर्टल https://saralharyana.gov.in/# पर जाकर ट्रैक विकल्प का चयन करना होगा.
- फिर आपकी स्क्रीन पर जो पेज प्रदर्शित होगा उसमें आपको ड्राप – डाउन मेनू से विभाग और सेवा का चयन करना होगा.
- वहां पर आप अपना एप्लीकेशन रिफरेन्स नंबर प्रदान करने के बाद, अपनी एप्लीकेशन के स्टेटस देखने के लिए चेक स्टेटस बटन पर क्लिक करें.
- अधिक जानकारी के लिए आवेदक अन्त्योदय सरल हेल्पलाइन नंबर – 1800 2000 023 पर डायल कर सकते हैं.
इस तरह से आप यदि हरियाणा राज्य के अंदर आने वाले ग्रामीण ईलाके से संबंध रखते हैं और बेरोजगार हैं, तो आप मुर्गी पालन यूनिट में शामिल होकर इस व्यवसाय को कर सकते हैं. क्योंकि इसके लिए राज्य सरकार आपकी मदद करेगी.
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